Meta WhatsApp Data Security Lawsuit व्हाट्सएप के पूर्व सुरक्षा प्रमुख अत्ताउल्लाह बैग ने मेटा के खिलाफ अमेरिकी अदालत में मुकदमा दायर किया है। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि बैग ने कंपनी पर क्या गंभीर आरोप लगाए, मेटा की क्या सफाई है और यह मामला डेटा प्राइवेसी बहस को किस तरह और गहरा कर सकता है।
क्या हैं बैग के आरोप
बैग ने 115 पन्नों की शिकायत में दावा किया कि 1,500 इंजीनियरों को बिना किसी निगरानी के यूजर डेटा तक पहुंच थी। इसमें कॉन्टैक्ट जानकारी, आईपी एड्रेस और प्रोफाइल फोटो जैसी निजी जानकारी शामिल थी। उनका कहना है कि यह स्थिति 2020 में अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए 5 अरब डॉलर के जुर्माने के बाद तय आदेश का उल्लंघन है।

आंतरिक जांच में खुलासा
बैग का दावा है कि आंतरिक सुरक्षा जांच के दौरान उन्होंने पाया कि इंजीनियर आसानी से यूजर डेटा को ट्रांसफर या चोरी कर सकते थे और इसके कोई रिकॉर्ड या ऑडिट ट्रेल मौजूद नहीं था।
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वरिष्ठ अधिकारियों को दी चेतावनी
बैग ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस मुद्दे पर बार-बार व्हाट्सएप हेड विल कैथकार्ट और मेटा सीईओ मार्क जुकरबर्ग को चेताया, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
बदले की कार्रवाई का आरोप
बैग का कहना है कि 2021 से ही उन्हें प्रतिशोध का सामना करना पड़ा। उन्हें खराब परफॉर्मेंस रिव्यू, मौखिक चेतावनियां दी गईं और आखिरकार फरवरी 2025 में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
सुरक्षा फीचर्स रोकने का दावा
मुकदमे में यह भी आरोप लगाया गया है कि मेटा ने ऐसे सुरक्षा फीचर्स लागू करने से रोक दिया जो अकाउंट टेकओवर की समस्या हल कर सकते थे। यह समस्या प्रतिदिन करीब 1 लाख यूजर्स को प्रभावित कर रही थी।
मेटा की सफाई
मेटा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बैग को खराब प्रदर्शन की वजह से निकाला गया था। कंपनी ने दावा किया कि उनकी भूमिका उतनी वरिष्ठ नहीं थी जितनी वे खुद बताते हैं। मेटा का कहना है कि सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह मुकदमा झूठे आरोपों पर आधारित है।
जांच की मांग
बैग ने अदालत से अपनी नौकरी वापस देने, बकाया वेतन और हर्जाना दिलाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने नियामक एजेंसियों से मेटा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील भी की है।
Following the unlawful demand made to @facebook owned by Meta Platforms Inc. by the State Security Service (SSS), which also describes itself as the Department of State Services (DSS), for the Facebook account of Mr. @YeleSowore to be banned or be deactivated, we have written to… pic.twitter.com/SIP0tsiOHy
— Inibehe Effiong (@InibeheEffiong) September 8, 2025
मेटा पर बढ़ती जांच
यह मामला उस समय सामने आया है जब मेटा पहले से ही डेटा सुरक्षा और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर वैश्विक स्तर पर दबाव झेल रही है। 2020 में कैम्ब्रिज एनालिटिका घोटाले के बाद कंपनी पर भारी जुर्माना लगाया गया था और 2040 तक उस आदेश का पालन करने की शर्त रखी गई थी।
FAQs
प्रश्न 1: व्हाट्सएप के पूर्व अधिकारी ने मेटा पर क्या आरोप लगाए हैं?
उन्होंने आरोप लगाया कि 1,500 इंजीनियरों को यूजर डेटा तक अनियंत्रित पहुंच थी और सुरक्षा उपाय बेहद कमजोर थे।
प्रश्न 2: मेटा ने इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
मेटा ने कहा कि यह आरोप गलत हैं और बैग को खराब प्रदर्शन की वजह से नौकरी से निकाला गया था।
प्रश्न 3: मुकदमे में क्या मांगा गया है?
बैग ने पुनर्नियुक्ति, बकाया वेतन, हर्जाना और नियामक जांच की मांग की है।
प्रश्न 4: यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
यह मामला मेटा की डेटा प्राइवेसी नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है और कंपनी पर पहले से बढ़ते दबाव को और बढ़ा सकता है।

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