सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम अब नाइजीरियाई किशोरों के लिए और अधिक सुरक्षित हो गया है। मेटा ने देश में “टीन अकाउंट्स” फीचर लॉन्च किया है, जिसमें 16 वर्ष से कम उम्र के उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष सुरक्षा सुविधाएं दी गई हैं। इस फीचर का उद्देश्य किशोरों की ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत करना और माता-पिता को बच्चों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर बेहतर नियंत्रण देना है।
पैरेंट्स को मिली डिजिटल निगरानी की सुविधा
नाइजीरिया में किशोरों के बीच इंस्टाग्राम की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। लेकिन इसके साथ ही साइबर बुलिंग, अनचाहे मैसेज और अनुचित कंटेंट के जोखिम भी बढ़े हैं। मेटा का नया टीन अकाउंट फीचर इन चिंताओं को दूर करने की दिशा में अहम कदम है। इसमें किशोरों के अकाउंट को स्वतः ही प्राइवेट मोड में सेट कर दिया जाता है, जिससे केवल स्वीकृत फॉलोअर्स ही उनकी पोस्ट और स्टोरी देख सकते हैं।

क्या हैं टीन अकाउंट्स की खासियतें
टीन्स को केवल उन्हीं लोगों से डायरेक्ट मैसेज मिल सकते हैं जिन्हें वे पहले से फॉलो करते हैं। इससे अजनबी लोगों और संभावित साइबर खतरों से सुरक्षा मिलती है। साथ ही, एक्सप्लोर, रील्स, फीड और सर्च रिजल्ट्स में संवेदनशील या अनुचित कंटेंट की दृश्यता कम कर दी जाती है।
कोई भी व्यक्ति किशोर उपयोगकर्ता को टैग या मेंशन नहीं कर सकता जब तक कि वह पहले से फॉलो ना कर रहा हो। मेटा का “Hidden Words” फ़िल्टर डिफ़ॉल्ट रूप से सक्रिय होता है जो आपत्तिजनक कमेंट्स और मैसेजेस को ब्लॉक करता है। इसके अलावा, डेली 60 मिनट के बाद यूजर्स को लॉगआउट करने की सलाह दी जाती है, ताकि वे स्वस्थ स्क्रीन टाइम की आदतें विकसित कर सकें।
रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक इंस्टाग्राम स्लीप मोड में चला जाता है। इस दौरान न केवल सभी नोटिफिकेशन म्यूट हो जाते हैं बल्कि डीएम का ऑटोमैटिक रिप्लाई भी एक्टिव हो जाता है, जिससे देर रात स्क्रॉलिंग पर रोक लगती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सेटिंग्स तब तक बदली नहीं जा सकतीं जब तक पैरेंट्स की मंजूरी ना हो।
पैरेंट्स के लिए बेहतर नियंत्रण के विकल्प
मेटा ने किशोरों की सुरक्षा के लिए नए सुपरविजन टूल्स भी लॉन्च किए हैं। ये टूल्स माता-पिता को यह जानने की सुविधा देते हैं कि उनके बच्चे ने पिछले सात दिनों में किन लोगों से बातचीत की है। वे इंस्टाग्राम के उपयोग का डेली टाइम लिमिट भी सेट कर सकते हैं, जिसके बाद ऐप अगले दिन तक लॉक हो जाती है। इसके अलावा, पैरेंट्स यह तय कर सकते हैं कि किस समय ऐप को पूरी तरह ब्लॉक किया जाए जैसे पढ़ाई या सोने के समय।
पैरेंट्स यह भी देख सकते हैं कि उनके बच्चे किन टॉपिक्स या इंटरेस्ट्स में दिलचस्पी ले रहे हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे उम्र-उपयुक्त कंटेंट के साथ जुड़े हुए हैं।
नाइजीरिया की डिजिटल एजेंसियों ने की पहल की सराहना
नाइजीरिया की नेशनल इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी (NITDA) ने मेटा की इस पहल की सराहना की है। एजेंसी के निदेशक, बैरिस्टर इमैनुएल एडेट ने कहा कि यह कदम देश की रणनीतिक योजना के अनुरूप है, जो बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा, डेटा गोपनीयता और डिजिटल भलाई सुनिश्चित करने की दिशा में है। उन्होंने ‘ऑनलाइन हार्म्स प्रोटेक्शन बिल’ जैसे प्रस्तावित कानूनों की भी चर्चा की जो उम्र सत्यापन और अभिभावकीय नियंत्रण पर केंद्रित हैं।
समाज के साथ मिलकर डिजिटल सुरक्षा की दिशा में कदम
मेटा ने टीन अकाउंट्स के लॉन्च के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें पैरेंट्स, टीन्स, कंटेंट क्रिएटर्स, नीति-निर्माता और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस कार्यक्रम में न केवल नए फीचर्स की जानकारी दी गई, बल्कि एक सुरक्षित डिजिटल स्पेस के निर्माण पर भी चर्चा हुई।
पैरेंट्स ने मेटा की इस पहल की सराहना की और साथ ही सुझाव भी दिया कि इन टूल्स के बारे में अधिक जागरूकता और प्रशिक्षण की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक परिवार इसका लाभ उठा सकें।
निष्कर्ष:
सोशल मीडिया की तेज़ गति और बदलते ट्रेंड्स के बीच, मेटा का यह कदम नाइजीरियाई परिवारों के लिए राहत की खबर है। टीन अकाउंट्स के ज़रिए अब किशोरों की ऑनलाइन गतिविधियों को सुरक्षित और नियंत्रित करना आसान हो गया है। यह पहल न केवल बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, बल्कि उन्हें जिम्मेदारी से डिजिटल दुनिया में कदम रखने का अवसर भी देती है।

मेरा नाम भूमेन्द्र बिसेन है। मैं एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूं। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मैं टेक्नोलॉजी, पैसे कमाने के तरीके पाठकों तक पहुँचाने का कार्य करता हूं।