यदि आप भी एक स्टार्टअप करना चाहते है या कोई बिज़नेस शुरू करना चाहते है तो आज हम आपको एक ऐसे बिज़नेस के बारे में बताएँगे जो कुल लागत में आपको बहुत अच्छा return दे सकता है और आप करोडो में इससे पैसा बना सकते है और यह business केवल रीसायकल का है आइये निचे जानते है इस बिज़नेस की सम्पूर्ण जानकारी |
क्राफ्ट पेपर बिज़नेस या रीसाइक्लिंग पेपर बिज़नेस
एक फ्रेश पेपर बनाने के लिए हर साल 350 से 700 मिलियन पेड़ो को काटा जाता है जिससे पर्यावरण का नुक्सान भी बहुत होता है और ऐसे में पूरी तरह जंगले नष्ट भी हो सकते है और ऐसे में लाखो लोगो की मेहनत और करोडो का खर्चा आता है और वो पेपर एक बार इस्तमाल करने के बाद फेंक दिए जाते है मतलब की रद्दी में तब्दील हो जाते है और उसी रद्दी के पेपर से क्राफ्ट पेपर बनाया जाता है और यही क्राफ्ट पेपर वापस लाखों में बेचे जाते है |
क्राफ्ट पेपर क्यूँ आवश्यक है ?
क्राफ्ट पेपर बनाने का फायदा ये है की पर्यावरण गन्दा नहीं होता है और इससे बहुत से लोगो को रोजगार भी मिल जाता है साथ ही क्राफ्ट पेपर से कोई भी सामान या किसी सजावट की चीजो में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है | क्राफ्ट पेपर ज्यादातर बच्चो के द्वारा या किसी कलाकार के द्वारा ज्यादा यूज़ किया जाता है साथ ही इसका यूज़ पॉलिथीन की थैलियो के बदले क्राफ्ट पेपर के बैग्स बनाकर उपयोग करने से पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है |
गुजरात की एक फैक्ट्री में क्राफ्ट पेपर बनाने का काम सालो से चल रहा है और ये कंपनी प्रति वर्ष 45 हज़ार टन क्राफ्ट पेपर तैयार करती है जिसके लिए प्रति वर्ष कंपनी को 48 हज़ार टन रॉ मटेरियल की ज़रूरत होती है | एक फ्रेश पेपर न केवल पेड़ से ही बनता है बल्कि उसे साफ़ ,लिखने ,योग्य और कलर फूल बनाने के लिए कई केमिकल का यूज़ किया जाता है
जिस वजह से हम बची हुई रद्दी को या ख़राब कागज़ को कई बार जला देते है तो उससे नुक्सान दायक गैस बहार निकलती है जो हमारे लिए हानिकारक होती है | लेकिन इस तरह की कंपनी इस तरह के कचरे या रद्दी को फिरसे उपयोग करने लायक बनाती है जिससे कचरा भी कम होता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है |
क्राफ्ट पेपर मेकिंग प्रोसेस
वेस्टेड पेपर को क्राफ्ट पेपर में बदलने के लिए सबसे पहले वेस्ट पेपर को कन्वेयर बेल्ट पर डाला जाता है जिनके थ्रू इन्हें पलपिंग वे में भेजा जाता है जहाँ पर इन पेपर का पल्क बनाया जाता है पल्क बनाने के लिए वेस्ट पेपर में पानी कुछ chemical जैसे ऑप्टिकल ब्राईटनिंग एजेंट ,पिगमेंट ,रिटेंशन एजेंट ,कास्टिक सोडा ,साइजिंग एजेंट और वेट स्ट्रेंग्थ केमिकल को मिलाया जाता है
उसके बाद इस पल्क को छाना जाता है जिससे इसमें रहने वाले डस्ट पार्टिकल जैसे मिटटी या कोई ठोस पदार्थ छटा दिए जाते है और बचे हुए एक मुलायम पल्क को एक मशीन में भेजा जाता है जहाँ ये मुलायम पल्क मशीन की एक परत पर बिछ जाती है और इसे 40 से 45 % तक सुखाया जाता है और इस पल्क की परत और साइज़ को बरकरार रखने के लिए दो तरह के प्रेस रोल से गुजरा जाता है जिसके बाद में एक फाइन लेयर तैयार होती है |
पेपर के तैयार होने के बाद इसकी कटाई शुरू होती है जिसके लिए वाटर जेट की मदद ली जाती है इसके बाद भी लेयर में नमी होने के कारण ड्रायर मशीन की मदद ली जाती है उसके बाद इस लेयर में कलर दिया जाता है और फिर उसके बाद पेपर की क्वालिटी चेक की जाती है उसके बाद इस लेयर कू और सुखाया जाता है और उसे एक बड़े से रोल में लपेट दिया जाता है जिसका वज़न लगभग 15000 kg का होता है जिसे क्रेन की मदद से उठाया जाता है | और साइज़ के अनुसार इन रोल को काट दिया जाता है और इन्हें बेचने के लिए भेज दिया जाता है |
क्राफ्ट पेपर का यूज़ कहा होता है ?
मुख्यतः ये क्राफ्ट पेपर बच्चो की स्टेशनरी में बेचा जाता है जहा ये पेपर स्टूडेंट्स के नोट book कवर ,ड्राइंग शिट ,प्रोजेक्ट मेकिंग ,और फाइल मेकिंग में काम आती है | साथ ही शूज बॉक्स में शूज के ऊपर लपेटने के लिए ,गिफ्ट पैक करने के लिए आदि और चीजों में यह उपयोग होता है |
इस बिज़नेस के लिए जरुरी दस्तावेज और भूमि
अगर आप इस प्रकार का बिज़नेस शुरू करना चाहते हो तो सबसे पहले आपके पास
- एक प्रयाप्त 50 मीटर कि लम्बी भूमि होनी चाहिए |
- भूमि ऐसी जगह होना चाहिए जहाँ पर ट्रक आसानी से आ जा सके क्यूंकि आपका वेस्ट मटेरियल ट्रक में ही आयेगा और क्राफ्ट पेपर भी ट्रक से जाएगा |
- आपको न्यूनतम 10-12 से कर्मचारी की आवश्यकता होगी |
- कंपनी को आपको रजिस्टर करना होगा जैसे की पार्टनरशिप फर्म ,प्राइवेट लिमिटेड फर्म आदि |
- आपको अपने बिज़नस के लिए ट्रेड लाइसेंस की ज़रूरत पड़ेगी
- GST रजिस्ट्रेशन करवाना होगा |
- फैक्ट्री लाइसेंस |
- उद्यम रजिस्ट्रेशन |
उद्यम रजिस्ट्रेशन करवाने पर सरकार की तरफ से बहुत सारी सब्सिडी मिलती है साथ ही इस प्रकार के उद्योग के लिए आपको लोकल पोल्युसन बोर्ड से NOC लेना होगा क्यूंकि आप इसके अन्दर केमिकल का यूज़ करते है फिर आपको केमिकल FSSAI लाइसेंस भी लेना होगा |
इस बिज़नेस के लिए जरुरी मशीन और उनकी लागत
इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आपको 10 मशीन की ज़रूरत पड़ेगी जिसमे
- पेपर श्रेडर मशीन जिसमे आपको 1 लाख रूपये देने होंगे
- पेपर पल्पिंग मशीन जिसके लिए आपको 3 लाख लगेंगे
- पेपर हेडबॉक्स मशीन 1 लाख 20 हज़ार
- रोल प्रेस मशीन 2 लाख रुपयों की
- हाइड्रोलिक पेपर कटिंग मशीन 3 लाख 75 हज़ार
- पेपर ड्रायर मशीन जो 1 लाख 75 हज़ार में मिलेगी
- साइज़ प्रेस मशीन
- पेपर क्वालिटी चेकिंग मशीन
- पेपर रोल कटिंग मशीन
- क्रेन 8 लाख
इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आपके पास 30 लाख रुपयों से लेकर 1 करोर रूपये होना आवश्यक है |
इसे भी पड़े :